7 महीने में RBI को दूसरा झटका! डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने दिया इस्तीफा….6 महीने बाद खत्म होने वाला था कार्यकाल
मोदी सरकार के बजट से पहले सरकार को बड़ा झटका लगा है | भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्ट गवर्नर विरल आचार्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, यह 7 महीने में दूसरी बार है जब किसी आरबीआई के अधिकारी ने अपने कार्यकाल खत्म होने से पहले इस्तीफा दिया है | विरल आचार्य को दिसंबर 2016 को नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल छह महीने बाद खत्म होने वाला था |
डिप्टी गर्वनर विरल आचार्य ने अपने एक बयान में कहा था कि अगर केंद्रीय बैंक की स्वतंत्रता को नुकसान पहुंचा तो बाजार की नाराजगी उठानी पड़ सकती है, उन्होंने कहा था, ”सरकारें जो अपने केंद्रीय बैंक की स्वतंत्रता का सम्मान नहीं करतीं, उन्हें जल्दी या देरी में वित्तीय बाजार की नाराजगी का सामना करना होगा |
कार्यकाल के 6 महीने पहले इस्तीफा
डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने कार्यकाल पूरा होने के करीब छह महीने पहले ही अपने पद को छोड़ दिया है, विरल आचार्य आरबीआई के उन बड़े अधिकारियों में शामिल थे जिन्हें उर्जित पटेल की टीम का हिस्सा माना जाता था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विरल आचार्य अब न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के सेटर्न स्कूल ऑफ बिजनेस में बतौर प्रोफेसर ज्वाइन करेंगे. बता दें कि आचार्य ने तीन साल के लिए आरबीआई के बतौर डिप्टी गवर्नर 23 जनवरी 2017 को ज्वाइन किया था. इस हिसाब से वह करीब 30 महीने केंद्रीय बैंक के लिए अपने पद पर कार्यरत रहे |
दिसंबर से उर्जित पटेल ने दिया था इस्तीफा
इससे पहले दिसंबर 2018 में उर्जित पटेल ने बतौर आरबीआई गवर्नर कार्यकाल पूरा होने से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उर्जित पटेल ने अपने बयान में बताया कि वो निजी कारणों से इस्तीफा दे रहे हैं. उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद शक्तिकांत दास को आरबीआई का गवर्नर नियुक्त किया गया.